अद्भुत अनुभव शब्द अध्ययन 


मनीषा 
maneeshashukla76@rediffmail.com 

मानव सभ्यता  के लिए भाषा अद्भुत उपलब्धि है। यह भाषा ही मनुष्य को सृष्टि और समाज से जोड़ती है। भाषा का उद्भव भी उतना ही अद्भुत है क्योकि दुनिया भर में अलग अलग मानव समूह अलग अलग भाषाओ का प्रयोग करते हैं। भाषा के उद्भव और इसके विकास को मनुष्य ने भाषा विज्ञान के रूप में पढ़ने की व्यवस्था बनायीं है लेकिन आज तक वह इसका आदि और अंत तलाश नहीं सका है। आज प्रचलन में जितने भी शब्द हैं ,उनका अध्ययन अपने आप में अद्भुत अनुभव है। 


वास्तव में दुनियाभर की भाषाओं में शब्द निर्माण व अर्थस्थापना की प्रक्रिया एक-सी है। विवाहिता स्त्री के जोड़ीदार के लिए अनेक भाषाओं के शब्दों में अधीश, पालक, गृहपति जैसे एक से रूढ़ भाव हैं। हिन्दी में ‘पति’ सर्वाधिक बरता जाने वाला शब्द है। अंग्रेजी में वह हसबैंड है। फ़ारसी में खाविन्द है। संस्कृत में शालीन। भारत-ईरानी परिवार की भाषाओं में राजा, नरेश, नरश्रेष्ठ, वीर, नायक जैसे शब्दों में “पालक-पोषक” जैसे भावों का भी विस्तार हुआ। यह शब्द पहले आश्रित, विजित या प्रजा के साथ सम्बद्ध हुआ, फिर किसी न किसी तौर पर स्त्री के जीवनसाथी की अभिव्यक्ति इन सभी रूपों में होने लगी।
दम्पति का अर्थ भी गृहपति ही है। यह दिलचस्प है कि पालक, भरतार यानी भरण-पोषण करने वाला जैसी अभिव्यक्ति के अलावा ‘पति’ जैसी व्यवस्था में रहने अथवा निवासी होने का भाव भी आश्चर्यजनक रूप में समान है। अंग्रेजी के हसबैंड शब्द को लीजिए जिसमें शौहर, पति, खाविंद, नाथ या स्वामी का भाव है। पाश्चात्य भाषा विज्ञानियों के मुताबिक पुरानी इंग्लिश में इसका रूप हसबौंडी था। विलियम वाघ स्मिथ इसे बोंडा बताते हैं, जिसका अर्थ है स्वामी, मालिक।
खाविंद अर्थात स्वामी-फ़ारसी में पति को ख़ाविंद कहते हैं जो मूल फ़ारसी खावंद का अपभ्रंश है। इसका अर्थ है शौहर, पति-परमेश्वर, भरतार, सरताज और गृहपति आदि। घरबारी जिसका घरु-दुआर हो-गृहस्थ के लिए घरबारी शब्द बना है घर और द्वार से। घरद्वार एक सामासिक पद है, जिसमें द्वार भी घर जैसा ही अर्थ दे रहा है। द्वार से ‘द’ का लोप होकर ‘व’ बचता है जो अगली कड़ी में ‘ब’ में तबदील होता है। इस तरह घरद्वार से घरबार प्राप्त होता है, जिससे बनता है घरबारी।
गृहपति भी है दम्पति। दम्पति का एक अन्य अर्थ है गृहपति। पुराणों में अग्नि, इन्द्र और अश्विन को यह उपमा मिली हुई है। दम्पति का एक अन्य अर्थ है जोड़ा, पति-पत्नी, एक मकान के दो स्वामी अर्थात स्त्री और पुरुष। आजकल सिर्फ़ पति-पत्नी के अर्थ में दम्पति शब्द का प्रयोग होने लगा है जबकि इसमें घरबारी युगल का भाव है। दम में है आश्रय। यह जो दम शब्द है, यह भारोपीय मूल का है और इसमें आश्रय का भाव है। दम यानी डोम यानी गुम्बद। गुम्बद के लिए अंग्रेजी का डोम शब्द हिन्दी के लिए जाना-पहचाना है। सभ्यता के विकास क्रम में डोम मूलतः आश्रय था। सर्वप्रथम जो छप्पर मनुष्य ने बनाया वही डोम था। बाद में स्थापत्य कला का विकास होते-होते डोम किसी भी भवन के मुख्य गुम्बद की अर्थवत्ता पा गया मगर इसमें मुख्य कक्ष का आशय जुड़ा है जहां सब एकत्र होते हैं। लैटिन में डोमस का अर्थ घर होता है, जिससे घरेलू के अर्थ वाला डोमेस्टिक जैसा शब्द भी बनता है।

SHARE THIS
Previous Post
Next Post