भक्ति और अध्यात की आड़ में गन्दा धंधा , आसाराम से रामरहीम तक
संजय तिवारी
भारत में भक्ति और अध्यात्म के नाम पर धंधा चलाने वालो की कमी नहीं है। भोले भाले लोगो को अपने कुछ चमत्कार और उसी...
पुराण वक्ता रोमहर्षण : सूत जी
पुराण वक्ता रोमहर्षण : सूत जी
रोमहर्षण का जन्म सूत जाति में हुआ था। शास्त्रों में लिखा है कि ब्राह्मणी माता तथा क्षत्रिय पिता से उत्पन्न सन्तान सूत जाति में गिनी जाती है। इस जाति...
सनातन सत्य है , अधर्म का नाश होगा ही
सनातन सत्य है , अधर्म का नाश होगा ही
संजय तिवारी सनातन परंपरा में अधर्म का नाश सुनिश्चित है। न तो संत का कपड़ा पहन लेने से कोई संत हो जाता है और न ही उसमे संत के गन आ सकते हैं। संत होने...
ऋषि पंचमी : सप्तर्षियों के स्मरण और पूजा का दिन
ऋषि पंचमी : सप्तर्षियों के स्मरण और पूजा का दिन
संजय तिवारी
सृष्टि में सृष्टि से पूर्व आया था दर्शन। इस दर्शन का आधार थी श्रुति। श्रुति से स्मृति , स्मृति से पुराण , पुराण से...
पितृपक्ष
पितरो के प्रति श्रद्धा के दिन
संजय तिवारी
भारतीय जीवन संस्कृति की अति महत्वपूर्ण विशेषता है अपने पूर्वजो के प्रति सम्मान की भावना। इसी सम्मान की अभिव्यक्ति के...
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