रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन

रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन

सावन विशेष  रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन संजय तिवारी  प्रख्यात गीतकार योगेश जी की ये पंक्तिया हैं। फिल्म मंजिल के लिए उन्होंने इन पंक्तियों को रचा है। पूरा गीत कुछ इस तरह...
लोकस्वर में लोक मंगल

लोकस्वर में लोक मंगल

 तुलसी जयंती पर विशेष लोकस्वर में लोक मंगल  --------------------------------------------------------------------------- गोस्वामी तुलसीदास ने रामभक्ति के द्वारा न केवल अपना ही जीवन...
इंटरनेट पर हर पल होती है आधी दुनिया के साथ यौन हिंसा

इंटरनेट पर हर पल होती है आधी दुनिया के साथ यौन हिंसा

बहस में इस बारइंटरनेट पर हर पल होती है आधी दुनिया के साथ यौन हिंसा डॉ. अर्चना तिवारी सदियों से हम जिस दुनिया के बाशिंदे हैं, उसमें समय के बदलाव के साथ मनुष्यों ने अब अपना एक नया ‘राष्ट्र’ बना...
महिलायें बदल देंगी दुनिया की तस्वीर

महिलायें बदल देंगी दुनिया की तस्वीर

महिलायें बदल देंगी दुनिया की तस्वीर  डॉ. अर्चना तिवारी  विश्व की आर्थिक दशा को महिलायें बदल सकती हैं। यदि अवसर की समानता और सुविधाएं उपलब्ध हो तो आधी दुनिया सच में विश्व की अर्थशक्ति...
गर्व कीजिये यह, यह आदमी हमारा प्रधानमंत्री है

गर्व कीजिये यह, यह आदमी हमारा प्रधानमंत्री है

गर्व कीजिये यह, यह आदमी हमारा प्रधानमंत्री है  65 साल की उम्र में 95 घंटे एक्शन मोड में  प्रधानमंत्री  संजय तिवारी  भारत की नयी पीढ़ी के लिए सबक है। जो लोग प्रधानमंत्री...
लोक की चेतना उसके स्वरों में ही होती है

लोक की चेतना उसके स्वरों में ही होती है

सावन शब्द जेहन में आते ही एक अलग अनुभूति होती है। बरखा , बहार , सावन और फिर यही से शुरू होने लगती है संगीत की वह धारा जिसे लोक में पिरो कर प्रवाह को केवल महसूस किया जा सकता है। जिस लोक संगीत  से...